अवैध गैस रिफिलिंग पर प्रशासन सख्त

देहरादून। जिले में घरेलू व व्यावसायिक गैस सिलिंडरों की अवैध रिफिलिंग पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपना लिया है। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद जिला पूर्ति विभाग ने ऐसे मामलों पर निगरानी बढ़ा दी है। अधिकारियों का कहना है कि अवैध रिफिलिंग जहां कानूनन अपराध है, वहीं यह सार्वजनिक सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा बन सकती है। गैस रिसाव से आग लगने या विस्फोट जैसी घटनाएं होने की आशंका हमेशा बनी रहती है, ऐसे में आमजन को भी सतर्क रहने और ऐसी गतिविधियां दिखने पर तुरंत सूचना देने की अपील की गई है।

 

जिला पूर्ति अधिकारी के.के. अग्रवाल ने बताया कि विभाग की टीम द्वारा समय-समय पर छापेमारी की जा रही है और नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियों व गैस एजेंसियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि रिफिलिंग केवल अधिकृत गैस एजेंसियों के माध्यम से ही होनी चाहिए। बिना अनुमति घरेलू सिलिंडर से छोटे सिलिंडर भरना या खुले में सिलिंडरों की अदला-बदली करना पूर्णत: प्रतिबंधित है।

 

अग्रवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि अवैध रिफिलिंग के कई मामलों में पहले भी चालान एवं कार्रवाई हो चुकी है और भविष्य में भी किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि यह केवल कानून का मामला नहीं बल्कि नागरिकों की सुरक्षा से जुड़ा विषय है, इसलिए प्रशासन इसे लेकर पूरी तरह गंभीर है। अधिकारियों ने आम लोगों से भी अपील की है कि कम कीमत के लालच में किसी अवैध रिफिलिंग का उपयोग न करें और बतौर जिम्मेदार नागरिक ऐसी घटनाओं की जानकारी तुरंत विभाग तक पहुंचाएं।

 

स्थानीय प्रशासन के इस कदम से लोगों में भरोसा बढ़ा है और उम्मीद जताई जा रही है कि कड़ी निगरानी से ऐसे मामलों में कमी आएगी। विभागीय टीमें आगे भी विशेष अभियान चलाकर संदिग्ध स्थानों की जांच करेंगी।