देहरादून
उत्तराखंड में प्री-SIR के तहत 70% मतदाता सत्यापन का लक्ष्य रखा गया है. वहीं भाजपा विधायक और प्रदेश प्रवक्ता विनोद चमोली ने कहा कि पहले एसआईआर को समझना बहुत जरूरी है सीधे एक सेंटेंस में अगर समझा जाए तो वोटर लिस्ट का शुद्धिकरण ही एसआईआर है इससे ज्यादा और कुछ नहीं है, जैसे जो मृतक लोग हैं जिनके नाम आज भी वोटर लिस्ट में चले आ रहे हैं, वो नाम हटने चाहिए दूसरी बात एक व्यक्ति दो जगह वोटर नहीं होना चाहिए। वहीं जो 18 साल से ऊपर के हमारे मतदाता हो गए, उनके नाम उसमें जुड़ने चाहिए। कोई किन्हीं कारणों से अगर मतदाता नहीं जुड़ पाए तो उसका नाम जुड़ना चाहिए। वहीं सबसे गंभीर बात यह है कि जो इस देश का नागरिक ही नहीं है,अगर उसका नाम वोटर लिस्ट में आया तो उसका नाम हटना चाहिए। ये सबसे गंभीर बात है और ये बात गृह मंत्री ने भी कही है। हम भी मानते हैं कि किसी भी विदेशी को इस देश में वोट देने का राइट नहीं हो सकता, क्योंकि संवैधानिक व्यवस्था है। इस देश का नागरिक ही यहां का मतदाता होगा। हम उसको व्यवस्थित कर रहे हैं तो उसी के बारे में सारी चर्चाएं हो रही हैं।
