देहरादून में बादल फटा, नदियां उफान पर – जान बचाने को लोग चढ़े बिजली के खंभों पर

देहरादून में देर रात बादल फटने से हालात बिगड़ गए। अचानक हुई तेज बारिश से शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया। नदियां उफान पर आ गईं, सड़कें बह गईं और घरों में मलबा व कीचड़ भर गया।

स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि लोग अपनी जान बचाने के लिए बिजली के खंभों, छतों और पेड़ों पर चढ़ने को मजबूर हो गए। चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा था और लोग दहशत में नजर आए।

सबसे ज्यादा असर प्रेमनगर, ठाकुरपुर, सहस्त्रधारा और मालदेवता इलाकों में देखने को मिला। प्रेमनगर के परवल क्षेत्र में आसन नदी के उफान पर आने से कई घर जलमग्न हो गए। एक ट्रैक्टर में सवार कई मजदूर पानी के तेज बहाव में फंस गए, जिन्हें सुरक्षित निकालने के प्रयास जारी हैं। सहस्त्रधारा और नया गांव से भी प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

ठाकुरपुर में हालात इतने खतरनाक थे कि लोग ऊंची जगहों पर शरण लेने को मजबूर हो गए। पानी के तेज बहाव ने गाड़ियां, सड़कें और मकानों को नुकसान पहुंचाया। कुछ पुल टूट गए और कई संपर्क मार्ग बाधित हो गए।

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं और कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। इस बीच देहरादून-हरिद्वार हाईवे, मसूरी-देहरादून मार्ग और जखन नदी का पुल क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे यातायात प्रभावित है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और कहा कि राहत-बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने फोन पर आपदा की जानकारी ली है और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।

प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि पहाड़ी इलाकों में अनावश्यक यात्रा न करें और नदी किनारे रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। किसी भी आपात सूचना के लिए तुरंत प्रशासन को सूचित करें।