रामनगर:
जहां एक तरफ सरकार पेड़ लगा कर हरियाली लाने और पर्यावरण कों संरक्षण प्रदान करने के लिए पसीना बहा रही है वही दूसरी और माफियाओ द्वारा हरे पेड़ो पर आरिया चला कर उन्हें काटा जा रहा है दो दिन पहले जहाँ रात के अँधेरे में चंदन तस्करों द्वारा चंदन प्रजाति के पेड़ों पर जॉलीग्रांट में आरिया चलाई गई
वही अब डोईवाला के माजरी ग्रांट क्षेत्र में सरकारी भूमि से 30 – 40 वर्षों पुराने जामुन पेड़ों को दिनदहाड़े काट दिया गया बता दे की सरकारों द्वारा पर्यावरण संरक्षण जल संरक्षण आदि तमाम तरह की योजनाएं चलाई जा रही है जून माह में ही 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर तमाम सरकारी व गैर सरकारी कार्यक्रमों द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई विश्व पर्यावरण दिवस के कुछ दिनों बाद ही जिस तरह से हरे-भरे पेड़ों पर आरिया चलाकर उन्हें काटा जा रहा है, वह अपने आप में एक सवालिया निशान खड़ा करता है आखिर इस तरह पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन का सपना साकार कैसे हो पाएगा ।