हरिद्वार:
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संसद में हिंदू धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान से तमाम साधु-संतों में गुस्सा व्याप्त है। महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश ने कहा कि राहुल गांधी मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गए हैं और उन्होंने हिंदू समाज को अपमानित करने का काम किया है।
संतों का कहना है कहा, “राहुल गांधी ने हिंदुओं को हिंसक और झूठा कहा है, जो कि अत्यंत अमर्यादित भाषा है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और मैं इसकी निंदा करता हूं। उन्हें सार्वजनिक रूप से पूरे हिंदू समाज से माफी मांगनी चाहिए। देश की संसद में इस प्रकार की भाषा का प्रयोग करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।”
रूपेंद्र प्रकाश ने आगे कहा, “राहुल गांधी ने पूरे हिंदू समाज का अपमान करने का ठेका ले रखा है। वह लगातार हिंदुओं का अपमान करते रहते हैं। उनकी पार्टी का इतिहास भी इसी प्रकार का रहा है। उन्होंने देश में इमरजेंसी लगाई और हिंदू संस्थाओं को समाप्त करने का काम किया। आज फिर से वह उसी राह पर देश को ले जाना चाहते हैं। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और इसकी जांच होनी चाहिए।”साधु-संतों ने राहुल गांधी से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की है और इस बयान को लेकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
विवादित बयान को लेकर महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी ने कहा है राहुल गांधी ने अपनी औकात बताई है क्योंकि राहुल गांधी न हिंदू है न ईसाई है ना मुसलमान है घोड़ा खच्चर से उसकी तुलना की है उन्होंने कहा है उनकी मां इसी है उनका बाप फारसी है उनके बयान का विरोध करते हुए कहा है राहुल गांधी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।