डेनमार्क और अन्य देशों में निर्यात किया जा रहा है उत्तराखंड में उत्पादित जैविक हर्ब्स, किसान की मेहनत लायी रंग

डोईवाला :- जहां किसान अच्छी उत्पादन के लिए तरह-तरह की रासायनिक खाद व उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं तो वही डोईवाला ब्लॉक के धर्मूचक गांव में किसान परमजीत सिंह जैविक खेती कर अपनी अलग पहचान बनाये हुए है। जिनके द्वारा उगाई जैविक हर्ब्स की मांग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक है। परमजीत सिंह ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से वह जैविक खेती कर रहे हैं। उनके द्वारा उत्पादित धनिया, पुदीना,अजमोद,सेज, डिल,ऑरिगेनो, सेवरी, थाईम, बेसिल आदि जैविक हर्ब्स की मांग अन्य देशो में भी है इन औषधिय व विदेशी हर्ब्स की खेती न केवल बेहतर आय अर्जित करती है बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देती है। तो वहीं जहां जैविक खेती न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है बल्कि रसायन मुक्त भोजन का एक बेहतर विकल्प भी प्रदान करती है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा लगभग 20 बीघा भूमि में इन हर्ब्स का उत्पादन किया जाता है यह फसल लाल थप्पड़ स्थित फ्लेक्स फूड कंपनी में भेजी जाती है जहां प्रोसेसिंग के बाद इसे डेनमार्क और अन्य देशों में निर्यात किया जाता है।