भाजपा नेताओं द्वारा राहुल गांधी के विरुद्ध अपमानजनक और हिंसा बयान बाजी के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार का पुतला फूंका

देहरादून:
भाजपा नेताओं केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू, उत्तर प्रदेश के मंत्री रघुराज सिंह, तरविंदर सिंह मारवाह और भाजपा के सहयोगी दल के नेता संजय गायकवाड़ द्वारा द्वारा राहुल गांधी के विरुद्ध अपमानजनक और हिंसक बयानबाजी के विरोध में महानगर अध्यक्ष डॉ जसविंदर सिंह गोगी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एश्ले हॉल चौक पर भाजपा सरकार का पुतला फूंका और नारेबाजी की। गोगी ने कहा कि भाजपा के नेताओं की अपने शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर राहुल गांधी के खिलाफ ऐसी अनर्गल और अपमानजनक बातें करना सामान्य बात हो गई है। केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू और उत्तर प्रदेश के एक मंत्री रघुराज सिंह द्वारा हाल में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी को आतंकवादी और देश का दुश्मन बताया गया। अब भाजपा और उसके सहयोगी एक कदम आगे बढ़कर राहुल जी के विरुद्ध हिंसक बयान भी देने लगे हैं। महाराष्ट्र के शिवसेना के बागी विधायक और भाजपा के सहयोगी संजय गायकवाड़ ने राहुल गांधी की जीभ काटने पर 11 लाख के इनाम की बात की है। यह भाजपा की कुत्सित और हिंसक मानसिकता को उजागर करता है। ये लोग भारत के नेता प्रतिपक्ष जैसे गरिमापूर्ण पद पर आसीन नेता के लिए अपमानजनक और हिंसक शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। भाजपा नेताओं की इन सब बयानबाजियों पर भाजपा सरकार ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है जिससे जाहिर होता है कि ये भाजपा नेता अपने शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। गोगी ने कहा कि भाजपा नेताओं के इस तरह के बयान भाजपा कैडर को हिंसा के लिए सीधे सीधे उकसावा है। अब देश की जनता के सामने ये साफ है कि मोदी और अमित शाह का राजनीतिक मॉडल घृणा और हिंसा पर आधारित है; लोकतंत्र में भाजपा के वर्तमान नेतृत्व का कोई भरोसा नहीं है। जनता समझ गई है कि ये लोग तभी तक केवल दिखावे के लिए संविधान की बात करते रहेंगे जब तक ये संविधान और लोकतांत्रिक परिपाटी को बदल नहीं देते। उसके बाद हिंसा के बल पर पूर्ण तानाशाही स्थापित करना चाहते हैं। कांग्रेस ने इस देश के संविधान और लोकतंत्र को अपने खून पसीने से सींचा है, हम भाजपा के वर्तमान नेतृत्व के मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देंगे। गोगी ने कहा कि हम तो भाजपा के उन सदस्यों का भी आह्वान करते हैं कि जो लोकतांत्रिक मूल्यों में पूरी आस्था रखते हैं कि अपने नेतृत्व की लोकतंत्र विरोधी और विपक्ष का हिंसक दमन करने की नीति का विरोध करे।