उत्तरकाशी:
सीमांत जिला उत्तरकाशी से है जहां आज कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल दो दिवसीय दौरे पर उत्तरकाशी में है उन्होंने कहा है कि आने वाली पीढी के लिए हमें पानी और पर्यावरण को बचाने की मुहिम में जुटना होगा। जल संकट की आहट से सचेत व सजग होकर पानी के संरक्षण व सदुपयोग के लिए हमें अभी से काम करना होगा वरना भविष्य में जल संकट काफी गहरा सकता है। शहरी विकास, आवास, वित्त, विधायी एवं संसदीय कार्य, पुनर्गठन, जनगणना मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल जल संरक्षण अभियान के अंतर्गत बग्याल गांव में आयोजित ‘जल उत्सव‘ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने पौधारोपण और बीज फेंककर पानी व पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियो में सभी लोगों से व्यापक स्तर पर सहभागिता सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
बग्याल गांव के पंचायती चौक में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने कहा कि इन दिनों राज्य का काफी क्षेत्र वनाग्नि की चपेट में आया है, जो काफी चिंताजनक है। इससे जैव विविधता एवं पर्यावरण को काफी नुकसान पहॅुचता है। पर्यावरण को हो रहे नुकसान की प्रमुख वजह मानवीय गतिविधियां ही हैं। हमें इस दिशा में गहन चिंतन करना जरूरी है। अगर हमने अपनी इन प्रवृत्तियों पर रोक नहीं लगाई जो आने वाली पीढियों के लिए पानी का काफी संकट पैदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आसन्न संकट से निपटने के लिए विभिन्न स्तरों पर व्यापक प्रयास शुरू कर अनेक महत्वाकांक्षी योजनाएं एवं कार्यक्रम संचालित किए है। केन्द्र सरकार द्वारा शुरू जल जीवन मिशन पेयजल की समस्या के समाधान का एक अत्यंत महत्वाकांक्षी व उल्लेखनीय कदम है। इन सभी प्रयासों को सफल बनाने में जन-सहयोग जरूरी है, लिहाजा सभी लोगों को अपने भविष्य के प्रति जिम्मेदारी का निर्वाह कर पानी व पर्यावरण बचाने की मुहिम में जुटे रहना होगा