रानीखेत:
रानीखेत केन्द्र सरकार ने जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत हर घर जल, हर घर नल योजना के माध्यम प्रत्येक परिवार को जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा था। लेकिन अभी कई गांव में विभाग द्वारा कनेक्शन किए गए हैं। लेकिन नलों में पानी नहीं पहुंच रहा है। नल सूखे पड़ गये। वहीं अल्मोड़ा जिले के पर्यटन रानीखेत विधानसभा के सौनी गांव बीते दो साल पहले जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत कनेक्शन किए। लेकिन दो साल नलों मे पानी नहीं पहुंचा। गांव में तकरीबन 1200 की आबादी है। गांव के स्थानीय ग्रामीण का कहना है कि ग्राम पंचायत में चमडखान पंपिंग योजना के अंतर्गत पाइप लाइन है। जब पेयजल शिक़ायत विभागीय अधिकारी व प्रशासन से की जाती है तो एक दिन नल में पानी आता है। पानी की मात्रा कम रहती है। तकरीबन 10- 15 परिवारो के कनेक्शनों में आज भी पानी नहीं आ रहा है। जिस कारण भीषण गर्मी में ग्रामीण को पेयजल किल्लत झेलनी पड़ रही है। लेकिन फिर स्थिति जस की तस बनी रहती है। भीषण गर्मी के कारण पहाड़ों में प्राकृतिक जल स्त्रोतों की घार भी हो गई। गर्मी के कारण पानी ढोने ग्रामीण मजबूर हैं। वहीं अधिशासी अभियंता यांत्रिक सुधीर कुमार ने बताया कि चमडखान पंपिंग योजना में लो बोल्टेज होने से एक की ही पंप चल पा रहा है। रात्रि में अच्छी बोल्टेज होने पर दोनों पम्पों को चलाया जाता लेकिन बोल्टेज की समस्या के बारे में विधुत विभाग के अधिकारीयों जानकारी दी गई।जिस कारण पेयजल आपूर्ति चरमराई हुई है। संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत वरूणा अग्रवाल ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में है। पटवारी और जल निगम के अधिकारियों पेयजल लाइन की एक दो भीतर समीक्षा बैठक कर जानकारी ली जायेगी। वहीं पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष भतरौंजखान अंकिता पंत पडलिया का कहना है कि हर घर नल, हर जल योजना के जरिए ग्राम सौनी में पेयजल किल्लत हो रही है। जिस कारण स्थानीय ग्रामीणों काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने आचार संहिता समाप्त होने के बाद धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी।