चंपावत में आशा कार्यकत्रियों का एक दिवसीय कार्य बहिष्कार

चंपावत
रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट

राष्ट्रीय स्तर पर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और फेडरेशनों द्वारा 9 जुलाई को एक दिवसीय अखिल भारतीय आम हड़ताल आहूत की गई है। ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन ने आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन करते हुए आशा कार्यकर्ति संगठन जिला अध्यक्ष चंपावत सरस्वती पुनेठा के नेतृत्व में जिले की आशाओ ने आज एक दिवसीय कार्य बहिष्कार किया। जिस कारण जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में काफी असर देखने को मिला। आशाओं ने जिलाध्यक्ष सरस्वती पुनेठा के नेतृत्व में अपनी मांगों को लेकर लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय की चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सोनाली मंडल के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। जिला अध्यक्ष सरस्वती पुनेठा ने बताया इस हड़ताल में पुराने 44 श्रम कानूनों की बहाली, 4 श्रम संहिताओं की वापसी, आशा समेत सभी स्कीम वर्कर्स का न्यूनतम वेतन 35 हजार करने, आशाओं को राज्य कर्मचारी का दर्जा और पेंशन देने और आशाओं के शोषण पर रोक और सम्मान का मुद्दा मुख्य रूप से शामिल है । उन्होंने कहा आशा वर्कर्स उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के आवाहन पर विभिन्न मांगों को लेकर आज आशाओं ने चंपावत जिले के लोहाघाट , पाटी बाराकोट व चंपावत ब्लॉक में एक दिवसीय कार्य बहिष्कार किया है। जिला अध्यक्ष ने कहा पर्वतीय क्षेत्र में आशाएं विपरीत परिस्थितियों में कार्य करती है। एक और सरकार आशाओं को स्वास्थ्य विभाग की रीड की हड्डी मानती है पर उसके बावजूद भी उन्हें अपने परिवार के भरण पोषण के लायक भी प्रोत्साहन राशि नहीं दी जाती है।समस्त आशाओं ने सरकार से उनकी मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की।