गगोत्री धाम के कपाट बंद ,रविवार को होंगे माँ यमुना और बाबा केदार के धाम के कपाट बंद

गंगोत्री:- उत्तराखंड में विश्व प्रसिद्ध  चार धामों के कपाट बंद होने की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है आज सबसे पहले अन्नकूट महापर्व पर 12 बजकर 14 मिनट के शुभ अभिजीत मुहूर्त पर गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए, और आज से अगले 6 महीने तक मां गंगा के दर्शन मुखीमठ के मुखबा में किए जा सकेंगे जहां मां गंगा की उत्सव डोली शीतकाल में विराजमान रहेगी,  आज सुबह गंगोत्री धाम में आर्मी बैंड की धुन, हजारों श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों के जयकारों की गूंज के साथ मां गंगा की भोग मूर्ति ने मुखबा के लिए प्रस्थान किया जो चण्डेश्वरी देवी मंदिर में रात्रि विश्राम के बाद 3 नवंबर भाई दूज के पर्व पर मुखबा मुखीमठ पहुंचेगी जहां अगले 6 महीने तक मां गंगा विराजमान रहेगी.

वही कल यानि रविवार को कपाट खुलने से लेकर बंद होने तक गंगोत्री धाम में इस बार 8.22 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहुंचे हैं। जबकि यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज पर 3 नवंबर को दोपहर 12.05 बजे बंद होंगे। जिसके बाद मां यमुना के दर्शन खरसाली में होंगे।

इस सीजन में गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आवागमन हो रहा है। इस यात्रा काल में रविवार की शाम तक गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों का आंकड़ा 15,20000 के करीब पहुंच है। अभी तक यमुनोत्री धााम में 709700 से अधिक और गंगोत्री धाम में 8.22 लाख के करीब तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं। इस बार मई-जून के अलावा 15 सितंबर से लेकर 15 अक्टूबर तक अच्छी यात्रा चली है।