सरकार के द्वारा किए गए प्रयास से वन विभाग को मिल रही सफलता , अभी तक प्रदेश में 6 यूनिट लगाई गई जो पिरूल से कई तरह के सामग्री बना रही हैं।

देहरादून:

उत्तराखंड में वनों में आग लगने का एक मुख्य कारण चीड़ के पत्ते पिरूल हैं। ये काफी ज्वलनशील होते हैं। इसको देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आदेश दिया है की पिरुल को खरीदा जाए और इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ₹50 प्रति किलो का रेट भी निर्धारित किया है। मुख्यमंत्री के आदेश को लेकर वन विभाग लगातार प्रयासरत है।

वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक वनागिन एवं आपदा प्रबंधन निशांत वर्मा ने कहा कि विभाग पिरूल को एकत्रित करने के लिए एक दैनिक प्रारूप बनाया है साथ ही इससे संबंधित उद्यमियों को कुछ सुविधा देकर क्षेत्र में उससे संबंधित यूनिट लगाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इसमें विभाग को सफलता भी मिली है और इसके तहत अभी प्रदेश में  ऐसी 6 यूनिटें भी लगाई गई है जो पिरूल से कई तरह के सामग्री बना रही हैं।