देहरादून : रविवार देर शाम उत्तराखंड सरकार में मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था वही आपको बता दे कि मंत्री प्रदेश के अहम विभाग के पद संभाल रह थे जिसमे वित्त, शहरी विकास विभाग और विधान सभा में संसदीय कार्य मंत्री जैसे अहम पद शामिल थे..क्षेत्रवाद के बयान से पर घिरे वित्त थे प्रेमचंद अग्रवाल
प्रेमचंद अग्रवाल के बारे में अहम बिंदु :-
2007,2012,2017 और 2022 में लगातार चार बार बने विधायक
2017 से 2022 तक उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे प्रेम चंद्र अग्रवाल
प्रेमचंद अग्रवाल का विवादों रहा पुराना नाता
विवाद-1 :- 2018 में जब प्रेमचंद अग्रवाल विधानसभा अध्यक्ष थे, तब उनके बेटे की उपनल के माध्यम से जल संस्थान में सहायक अभियंता के पद पर नियुक्ति कर दी गई
मामला विपक्ष ने उठाया, तो विवाद बढ़ गया. जिसके बाद उनके बेटे को जल संस्थान से हटा दिया गया.विवाद-2 :- अग्रवाल का सबसे बड़ा विवाद विधानसभा सचिवालय में संविदा नियुक्तियों से जुड़ा रहा
आरोप लगे कि ये नियुक्तियां बैकडोर से और नियमों को दरकिनार करके की गई थीं
जांच में भी ये नियुक्तियां अवैध मिली जिसके बाद सभी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गयाविवाद-3 :- 13 जून 2019 को तत्कालीन केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत उत्तराखंड के ऋषिकेश में नमामि गंगे परियोजना की समीक्षा के लिए पहुंचे थे इस दौरान प्रेमचंद अग्रवाल और तत्कालीन दर्जा प्राप्त मंत्री भगतराम कोठारी के बीच किसी मुद्दे को लेकर विवाद हो गया.बात इतनी बढ़ गई कि दोनों के बीच गाली-गलौज तक की नौबत आ गई.
विवाद-4 :- 2 मई 2023 को ऋषिकेश के कोयलघाटी क्षेत्र में प्रेमचंद अग्रवाल का एक युवक के साथ हाथापाई करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ थावीडियो में मंत्री अग्रवाल सड़क पर एक युवक के साथ बहस करते दिखे, जो बाद में हाथापाई में बदल गई..इस घटना के वीडियो वायरल होने के बाद, जनता में उनकी छवि को लेकर फिर से सवाल खड़े हुए.
विवाद-5 :- बजट सत्र के दौरान प्रेमचंद अग्रवाल ने किया था सदन के पटल पर अमर्यादित भाषा का उपयोग..इसके बाद क्षेत्रवाद के बयान से घिरे प्रेम चंद अग्रवाल..प्रेम चंद अग्रवाल की टिप्पणी के बाद पहाड़ी छेत्रों में लगातार हो रहे थे विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन..प्रदेश में लगातार प्रेम चंद अग्रवाल के इस्तीफे की कि जा रही थी मांग..उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी में प्रेम चंद अग्रवाल प्रेमचंद अग्रवाल की बर्खास्तगी की मांग को लेकर चल रहा था अनशन..