मार्चुला सड़क हादसे से यातायात व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े, मात्र एआरटीओ को निलंबित कर देने से मुख्यमंत्री अपना पल्ला नहीं झाड़ सकते- किरन रावत

देहरादून :- उत्तराखंड क्रांति दल की  केंद्रीय मीडिया प्रभारी किरन रावत ने गत दिवस अल्मोड़ा जिले के सल्ट क्षेत्र के मार्चुला में पौड़ी से रामनगर की ओर आ रही बस दुर्घटना में 38 लोगों की मृत्यु की खबर तथा 22 लोगो के घायल होने पर केंद्रीय मिडिया प्रभारी और उत्तराखंड क्रांति दल ने  गहरा शोक व्यक्त किया है,  केंद्रीय मीडिया प्रभारी  का कहना है की यह बहुत ही गंभीर विषय है कि राज्य बनने के 24 वर्ष बाद भी राज्य की सड़कों की स्थिति अत्यंत खराब है तथा आज भी बस में क्षमता से अधिक यात्री यात्रा कर रहे हैं , पहाड़ों में लचर पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम के कारण 38 जिदंगियां काल के गाल में समा गयी ….

वहीँ केंद्रीय मीडिया प्रभारी ने उत्तराखंड की चिकित्सीय सुविधाओं पर भी कई सवाल खड़े करते हुए कहा की आज भी पहाड़ी क्षेत्रों में तत्काल चिकित्सीय सुविधा का अभाव है, इस दुख की घड़ी में उत्तराखंड क्रांति दल मृतकों के परिवार से गहरी संवेदना व्यक्त करता है तथा घायल व्यक्ति के परिवार के साथ खड़ा है , केंद्रीय मीडिया प्रभारी का कहना है की मात्र एआरटीओ को निलंबित कर देने से मुख्यमंत्री अपना पल्ला नहीं झाड़ सकते,  यह यातायात व्यवस्था पर सवालिया निशान है जो उत्तराखंड की जनता है वह भ्रष्टाचारी तंत्र का निवाला बनती जा रही है, चंद रुपयो के लालच में भ्रष्टाचारी अधिकारी नियम- कानून को ताक पर रख देते हैं, ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को निलंबित नहीं तत्काल सेवाओं से टर्मिनेट कर देना चाहिए, मृतकों में कई लोग ऐसे भी थे जो परिवार की आय का एकमात्र सहारा थे ,  केंद्रीय मीडिया प्रभारी का कहना है की उत्तराखंड क्रांति दल मुख्यमंत्री से आग्रह करता है की मृतक के परिजनों को 10 -10  लाख रूपये और घायलों को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि दे.. …