हरिद्वार:
राजाजी टाइगर रिज़र्व के अंतर्गत मोतीचूर चीला और मोतीचूर घोरी हाथी कॉरिडोर में हाल ही में हाथी चेतावनी संकेत बोर्ड लगाए गए हैं। ये कदम वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और हाथियों के आवागमन के सुरक्षित मार्ग को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
यह पहल *वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया* (WTI) और उत्तराखंड वन विभाग के सहयोग से नेचर’स बडी नामक गैर-सरकारी संगठन वा माई एनजीओ द्वारा संचालित की गई। इन हाथी कॉरिडोर से हाथियों का नियमित आवागमन होता है, जो उनके प्राकृतिक आवास और भोजन के स्रोत को जोड़ता है। लेकिन, बढ़ती मानव गतिविधि और सड़क यातायात के कारण हाथियों के लिए इन गलियारों से सुरक्षित गुजरना चुनौतीपूर्ण हो गया है।
हाथी कॉरिडोर में लगे इन चेतावनी बोर्डों पर हाथियों की उपस्थिति और उनके सुरक्षित आवागमन के लिए सावधानियों की जानकारी दी गई है। इन संकेत बोर्डों का मुख्य उद्देश्य हाथियों और इंसानों के बीच होने वाली टकराव की घटनाओं को कम करना और स्थानीय लोगों व पर्यटकों को जागरूक करना है।
नेचर’स बडी के संचालक अभिषेक रावत ने कहा, “यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम वन्यजीवों के प्राकृतिक मार्ग को सुरक्षित रखें। हाथी कॉरिडोर में लगे ये संकेत बोर्ड ना केवल हाथियों के लिए बल्कि स्थानीय निवासियों और यात्रियों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। इससे हाथियों के सुरक्षित आवागमन और इंसानों के बीच संघर्ष को रोकने में मदद मिलेगी।”
उत्तराखंड वन विभाग के अधिकारियों ने भी इस कदम की सराहना की और इसे वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।