कांग्रेस की केदारनाथ प्रेम की अनोखी दास्ताँ, ए-हुक्मरानो जरा संभल जाओ….ये जनता जनार्दन है…

देहरादून: उत्तराखंड केदारनाथ में 31 जुलाई को आई आपदा में हजारों लोग केदारनाथ धाम और पैदल मार्ग पर जगह-जगह फंस गए थे जिनको निकालने के लिए पूरा सिस्टम 6 दिनों तक जुटा रहा जबकि पूरे देश के लोग केदारनाथ में फंसे लोगों के सुरक्षित रेस्क्यू होने की दुआ भी कर रहे थे, लेकिन उत्तराखंड के राजनीतिक दल इस नाजुक समय में भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे कभी विपाक्षी दल कांग्रेस तो कभी सत्ताधारी दल बीजेपी दोनों तरफ से आपदा को लेकर बयान बाजी की जा रही है

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 31 जुलाई की रात को बादल फटने और भूस्खलन होने से हजारों की संख्या में तीर्थयात्री केदारनाथ पैदल मार्ग और मंदिर पर फंस गए थे जिनको रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन के साथ साथ सेना के एमआई 17 और चिनूक हेलीकॉप्टर भी लगाए गए….पूरे देश से केदारनाथ में फंसे यात्रियों के लिए दुआएं की जा रही थी लेकिन जिस राज्य में यह घटना घटी उसे राज्य के दो प्रमुख राजनीतिक दल आपदा पर भी बयान बाजी कर रहे है जो अब तक जारी है, दरअसल आपदा से पहले 24 जुलाई को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा की शुरुआत की थी जो हरिद्वार से शुरू होकर केदारनाथ तक जानी थी लेकिन 31 जुलाई को केदारनाथ में आपदा आने के कारण कांग्रेस को इस यात्रा को सोनप्रयाग में ही समाप्त करना पड़ा इसके बाद इस यात्रा पर राजनीति शुरू हो गई_ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने उत्तराखंड के केदारनाथ और टिहरी में आई आपदा पर कहा है कि देश की सत्ता संभालने वाले राजा वेन की तरह खुद को भगवान समझ बैठे हैं उनकी इस भूल के कारण उत्तराखंड में आपदाएं आ रही है, उन्होंने कहा कि देश की सत्ता संभालने वाले खुद को भगवान समझकर मंदिरों की पुरानी परंपराओं को बदल रहे हैं जिसका प्रकोप जनता को झेलना पड़ रहा है, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि राजा की कृत्य के लिए उन्होंने भगवान से प्रार्थना की है कि जो गुनाह देश का राजा कर रहा है उसकी सजा प्रजा को ना दें

जिस तरह आपदा को ढाल बनाकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने राजनीतिक माइलेज लेने के लिए बयान बाजी की है इस तरह भाजपा के नेता भी लगातार आपदा को लेकर बेतुके बयान दे रहे हैं, बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता कांग्रेस की यात्रा रुकने के बाद से ही कांग्रेस और आपदा दोनों का मजाक बना रहे हैं बीजेपी के नेता बार-बार इस बात को कह रहे हैं कि कांग्रेस के बड़े नेता सनातन धर्म का अपमान करते हैं और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा निकाल रहे हैं, भगवान केदारनाथ की नाराजगी के बाद केदारनाथ में आपदा आई और कांग्रेस को यात्रा बीच में ही रोकनी पड़ी, उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मजाकिया अंदाज में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष से सवाल किया है कि क्या उनकी यात्रा निकालने की नियत साफ थी? कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने अपनी धार्मिक यात्रा को राजनीतिक रूप दिया है जिसे भगवान केदारनाथ का प्रकोप झेलना पड़ा और यात्रा स्थगित हुई है