श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय का पंचम दीक्षांत समारोह ऋषिकेश में आयोजित हुआ,राज्यपाल ने विद्यार्थियों को डिग्री और मेडल प्रदान किए।

मंगलवार को देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय का पंचम दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश में आयोजित हुआ.. पांचवें दीक्षांत समारोह का शुभारंभ कुलाधिपति/राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने दीप प्रज्वलित कर किया..इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत और वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भी मौजूद रहे..

पांचवें दीक्षांत समारोह में 21230 स्नातक/स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को उपाधियां और 81 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक दिए गए.. 2023 के स्नातक स्तर में सभी संकायों में सर्वाेच्च अंक प्राप्त करने वाली छात्रा कविता रानी को श्रीदेव सुमन गोल्ड मेडल-2023 प्रदान किया गया..इतिहास, मानव विज्ञान एवं चित्रकला में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को कैप्टन शूरवीर सिंह पंवार स्वर्ण पदक, क्रमशः कुमारी तनु सिंह, कुमारी आंचल और रितिका बलोदी को दिया गया.. वाणिज्य संकाय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली छात्रा अंशिका बर्त्वाल को स्व. नन्दन पुरोहित स्वर्ण पदक प्रदान किया गया..

अपने दीक्षांत भाषण में राज्यपाल ने सभी उपाधि धारकों और स्वर्ण पदक विजेताओं को शुभकामनाएं देते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया..उन्होंने विद्यार्थियों को सफलता और विकास के लिए पांच संकल्प लेने का आह्वान किया..राज्यपाल ने कहा कि हमेशा बड़े सपने और ऊंचे लक्ष्य निर्धारित करें..दूसरे संकल्प में राज्यपाल ने विद्यार्थियों से दृढ़ इच्छाशक्ति,आत्मनियंत्रण और अनुशासन को सदैव अपनाने का आह्वान किया..

राज्यपाल ने तीसरे संकल्प के रूप में विद्यार्थियों से कहा कि किसी भी लक्ष्य प्राप्त करने या सफलता को पाने के लिए अतिरिक्त परिश्रम करें..चौथा संकल्प, किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए उस कार्य को मेहनत,लगन और पूर्ण पेशेवर तरीके से किया जाय और पांचवें संकल्प के रूप में विद्यार्थियों से कहा कि वे संचार कौशल (कम्युनिकेशन स्किल) को बेहतर बनाने का निरंतर प्रयास करें..

राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि वर्तमान युग में डिजिटल तकनीक,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा का महत्व तेजी से बढ़ रहा है..उन्होंने इन क्षेत्रों में कौशल विकसित करने और खुद को हमेशा अद्यतन रखने की आवश्यकता पर जोर दिया..उन्होंने कहा कि नई तकनीकों को अपनाकर हम सफलता की नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं..

राज्यपाल ने कहा कि आज का युवा ही कल के भारत का निर्माता है..आप अपनी योग्यता और क्षमता को ‘राष्ट्र प्रथम’ और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना के साथ राष्ट्र निर्माण में लगाएं..राज्यपाल ने प्रधानमंत्री द्वारा राज्य स्थापना दिवस पर किए गए नौ आग्रहों को उत्तराखण्ड के विकास के लिए नौ संकल्प बताया.उन्होंने इन पर अमल करने और राज्य को सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने की अपील की..